Veer | New Story 2022 | Hindi Kahani
Veer New Story 2022 Hindi Kahani |
वहां राज था माधव का। माधव जो बहुत ज़ालिम था उस गांव में कभी कोई खुशियां नहीं मनाई जाती थी। बगैर माधव इज़ाज़त किसी घर में कोई शादी नहीं होती। वहां का हर एक निवासी माधव के कारखाने में मजदूरी करता था और मजदूरी के नाम सिर्फ खाना और कुछ पैसे मिल जाते थे।
सोहनपुर के निवासी ऐसे ही जी रहे थे और ऐसे ही जीते रहते अगर ओह न आया होता। ओह कहते है न जब कोई अपनी ताकत का घमड दिखता है तब कोई न कोई उससे ताकतवर उसका घमंड तोड़ देता है।
सोहनपुर से दूर रामपुर में एक बच्चे की रोने की आवाज़ सुनाई देती है ओह जन्म ले चूका था जिससे सामना होने वाला था माधव का। माधव इस बात से अनजान अपनी ताकत नसे में चूर सोहनपुर पुर के निवासियों पर जुल्म करता रहा।
इधर ओह वीर बड़ा हो रहा था उसकी माँ ने उसका नाम वीर रखा था। परिवार के नाम पर वीर की सिर्फ माँ ही थी जो अपनी बीमारी की वजह से जल्दी ही वीर को छोड़ गयी। बे माँ बाप का वीर अकेले ही दुनिये की भीड़ बड़ा हुआ इसी बीच वीर का एक दोस्त बना अमृत जो सोहनपुर से भागकर रामपुर में आ गया था। दोनों साथ में खोयले की खादान में काम किया करते थे एक दिन कोयले की खदान एक हादसा हो गया उसमे बहुत लोग घायल हो गये जिसमे वीर का दोस्त अमृत भी था आनन फानन में सबको अस्पताल ले जाया गया। वीर अमृत के साथ ही था।
New Story 2022
अमृत को ऑपरेशन थेंथर मे ले जाया जाता है वहाँ अमृत का इलाज सुरू होता है वीर बहुत परेशान था ओ ऑपरेशन थेंथर के दरवाजे के बाहर इधर से उधर करता रहता है तब तक दरवाजा खुलता है और डॉक्टर बाहर आते हैं और कहते है अब आपका दोस्त खतरे से बाहर है आप उससे मिल सकते हैं
वीर भागता हुआ अमृत के बेड के पास जाता है अमृत बेड पर लेता रहता है वीर उससे मिलता है अभी ओ उसका हाल चाल पूछाता है तब तक अमृत की नजर अस्पताल के रूम पर पड़ती ओह देखता है की ओह सोहन पुर अस्पताल मे हैं जो माधव का अस्पताल है अस्पताल के रूम मे माधव की एक फोटो भी लगी रहती है अमृत फोटो देखते ही बहुत डर जाता है और कहता है वीर हमको यहाँ से तुरंत निकलना होगा ये जगह सही नहीं है वीर कहता है क्यों क्या हुआ इस जगह मे।
अभी डॉक्टर आते होगे तुम्हारा चेकअप करने उसके बाद डाक्टर से पूछने बाद चलते हैं.
अमृत वीर को कुछ बताना नहीं चाहता था इसलिए ओह चुप हो जाता है वीर अमृत से कहता है तुम आराम करो मैं डॉक्टर से मिलकर आता हूं इतना कहते हुए वीर रूम से बाहर चला जाता है यहां अमृत यही सोचा करता है की कहीं माधव को ना पता चल जाय कि अमृत यहाँ है.
वीर डॉक्टर से मिलकर वापस आता रहता है तब वीर देखता है कुछ लोग अमृत को ले जा रहे हैं अमृत वीर को देखता है और कहता वीर तुम यहाँ से चले जाओ लेकिन वीर पीछे कहाँ हटने वाला था।
ओ अमृत के पीछे भागता जो लोग अमृत को ले जा रहे ओ वीर से कहते रुक जाओ तुम जानते नहीं हो हम किसके आदमी है वीर कहता मुझे जानना भी नहीं इतना कहते हुए वीर माधव के आदमियों बहुत मारता है इतना मारता है ओ भाग जाते हैं वीर अमृत को लेकर रामपुर वापस आ जाता जाता है
उधर माधव के आदमी माधव को सारी बात बता देते हैं
माधव गुस्से मे आग बाबूला हो जाता है और अपने आदमियों से कहता पता लगाओ ओ कौन था जिसकी इतनी हिम्मत की मेरे आदमियों को हाथ लगाय
माधव के आदमी वीर का पता लगाने लगते है
इधर वीर अमृत से पूछता है कौन थे ओ आदमी और तुम्हें क्यों ले जा रहे थे
आगे की कहानी next part में
अगर आपको ये कहानी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर share करें और हाँ हमारी website को भूलिए नहीं ABF Techworld और subscribe करना मत भूलिएगा
0 टिप्पणियाँ
If you have any doubt please let me know or give review about the post